शुक्रवार, 29 नवंबर 2013

Vocal Music Restart

मेरा गायन रियाज़

पिछले कई महिनों से ना केवल मेरी संगीत साधना से गायकी अंग बिछुड़ सा गया था ,बल्कि उसके साथ हारमोनियम बजाना   भी बहुत दूर हो चला था। जबकि उससे पूर्व इन दोनों का साथ रोज़ाना कई घंटो का हुआ करता था । पर इस दरमियाँ मेरे संगीत का हमसफ़र मेरा स्पेनिश गिटार बना । पर पिछले दो दिनों से गायकी का रियाज़ व हारमोनियम की संगत का लुत्फ़ फिर से शरू हुआ है । 
कई महिनों के बाद भी हालाँकि मेरी उँगलियाँ हारमोनियम पर आराम से चल रहीं थीं ,पर लगता है कि गले से कुछ सुर दूर हो चलें हैं जो कि नितांत स्वाभाविक है । ऐसा लगता है कि उम्र भी गले पर डेरा डाले सुरों को उनके निश्चित स्थान से हिला चुकी है । तो क्या मेरी सुर-साधना की इतिश्री होने का वक्त शुरू हो चूका है ?

ये मैं आपको कुछ आगे के ब्लॉग्स में ही बता पाऊंगा । 
तो तब तक के लिए - शुभ दिन !

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